कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने बताया आंधी तूफान से सड़क पर पेड़/टहनी गिर जाने से यातायात बाधित होने संबंधी, आग लगने से संबंधित, खुले वोरवेल/बिना मुडेर का कुआं/बगैर चेम्बर के सेप्टिक टैंक आदि को ढकने संबंधी, बाढ़ आपदाओं से संबंधित समस्या, बाढ़ प्रभावित नागरिकों को रहवासी/भोजन व्यवस्था से संबंधित, खम्बे टेढ़े होने / टूटने सम्बन्धी (उर्जा विभाग), तार टूटने / तार के टेढ़े होने / तार के आपस में शोर्ट सर्किट होने सम्बन्धी, नाली- नाला, सडक सार्वजनिक स्थल आदि की साफ सफाई / कचरा गाडी से संबंधित, स्ट्रीट लाइट से संबंधित/रात में न जलना, पात्रता अनुसार खाद्यान्न न मिलने संबंधी, मीनू अनुसार प्रतिदिन माध्यान्ह भोजन वितरित न होने होने संबंधी, राशन की दुकान न खुलने/निर्धारित समय से न खुलने संबंधी, ग्राम पंचायत कार्यालय समय से न खुलना/ग्राम पंचायत सचिव का उपलब्ध न होना, अस्पताल में साफ सफाई एवं सुरक्षा की व्यवस्था न होने सम्बन्धी, उपचार न मिलने/ विलम्ब से मिलने/ पूर्ण उपचार न मिलने सम्बन्धी, डॉक्टर विलम्ब से आना/ सीट पर न मिलने/ व्यवहार अच्छा न होने संबंधी, निर्धारित समय अनुसार स्कूल न खुलने संबंधी, स्कूल मे शिक्षको का उपस्थित न होना/ विलम्ब से आना, आंगनवाड़ी केन्द्र निर्धारित समय से न खुलना/मीनू अनुसार प्रतिदिन खाद्यान प्राप्त न होना, टीएचआर का वितरण न होने/निर्धारित मात्रा अनुसार वितरण न होने संबंधी, निर्धारित समय पर पेयजल सप्लाई न होना, पीने के पानी की सप्लाई में गंदा/ बदबूदार पानी आने संबंधी, हैण्डपम्प में खराबी से संबंधित समस्या। उन्होंने कहा उक्त शिकायतों पर जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे के अंदर कार्यवाही की जाती है।