रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
ऐसा ही मामला कुंभराज के अंतर्गत ग्राम गोरयाखेड़ा का सामने आया है यहां के नागरिक बाबूलाल खाती जो की माताजी मंदिर के पुजारी है उनकी ज़मीन का मामला करीबन 8 से 10 साल से विवादित चलता आ रहा है जिनकी कृषि भूमि पर गांव के ही दबँगो द्वारा मकान बना लिया गया है जिसका उनको न्याय आज तक नहीं मिल पा रहा है प्रशासन द्वारा कईं बार उक्त मकान को तोड़कर कृषि भूमि भूमि स्वामी को सौंपने आदेश आ चुका है लेकिन यहां की तहसील जो की चचौड़ा लगती है पटवारी, सेकेट्री महोदय, आर आई ऒर पुलिस प्रसाशन द्वारा मामला हर बार दबा दिया गया है वर्तमान में उक्त दुबारा नया आदेश आया है जिसमे कुंभराज थाना के टी आई महोदय भी लाइन अटैच हो चुके है उनके स्थान पर नीरज राणा जी द्वारा थाना प्रभारी का पद देखा जा रहा है लेकिन पुलिस प्रशासन भी दबंगो के हौसलों के आगे बुलंद है इसका उदाहरण साफ साफ देखा जा सकता जों की उक्त भवन तोड़ने की कार्रवाही आज तक नहीं की गईं है फरियादि जब गुना जनसुवाई में जा रहे थे तब कुंभराज के सेकेट्री महोदय हुकुम सिंह चंदेल द्वारा फरियादि को बातों में उलझा कर बोला की यह कार्रवाही यही तहसील से हो जाएगी कलेक्टर जाने से मतलब नहीं है ऒर उनसे चचौड़ा तहसील में ही आवेदन दिलाकर रवाना कर दिया जब की उक्त मकान तोड़ने का आदेश पहले भी आ चुका है उक्त कार्रवाही 3 से 4 दिवस में नहीं होने पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन द्वारा जब सेकेट्री हुकुम सिंह चंदेल से इस बारे में सवाल किया गया तब उनके द्वारा बताया गया है यह कार्रवाही तो हम कर चुके है उनका मामला खतम हो चुका है तब उनको अवगत करवाया गया की फरियादि का कार्य किए बिना ही आपके द्वारा कार्रवाही की रिपोर्ट कैसे आगे भेज दी गईं है जिससे पता चलता है की दबंगो की पहुंच कहाँ कहाँ तक है जिसमे यह सारे अधिकारी अपनी भ्र्स्ताचारी की सीमा लाँघ चुके है जबकि गुना जिले के कलेक्टर महोदय प्रत्येक मंगलवार को जनसुनवाई में तत्काल कार्रवाही करवा रहें है क्या ऐसे भरस्टाचारी पदाधिकारियों पर प्रशासन कार्रवाही करेगा या उन्हें ऐसे ही गरीबों के हक़ को दबाने के लिए छोड़ दिया जायेगा