राजेश विश्वकर्मा
आज से कुछ महीने पहले याद है पटियाला में ट्रायल हुए थे
उसमे ये एक ही प्रतियोगता में दो वजनों में लड़ी थी।इसकी असली wt category थी 53ये 53 के साथ 50 में भी लड़ी उस ट्रायल का आयोजन किया था Adhoc कमेटी ने, क्योंकि चुनाव जीत के आई नवनिर्वाचित WFI को तो इस गिरोह ने सस्पेंड करा दिया था।(FYI वो suspension आज तक revoke नहीं किया है खेल मंत्रालय ने)तो ट्रायल करवा रही थी इन धरनाजीवियों की गुलाम Adhoc कमेटी
सारे Officials, अधिकारी, सब इनके चमचे।उन्होंने विघ्नेश फोकाट का नाम 50 और 53 दोनों में डाल दिया जबकि उस दिन इसका असली वजन लगभग 56kg था
ऐसी धांधली कर लेते हैं ऑफिसियलस मज़े की बात ये कि उस दिन मस्त फोकाट ने जम के हंगामा काटा और Adhoc कमेटी से लिखित आश्वासन लिया कि ओलंपिक जाने से पहले इसकी ट्रायल 53 किलो में भी ली जाएगी
खैर ये Ol Qualifier में 50kg में कोटा जीत लाई पर जब ओलंपिक जाने की ट्रायल का समय आया तब तक WFI बहाल हो चुकी थी नई WFI ने Trial कराने से मना कर दिया बोली कोई ट्रायल नहीं होगा जो जिस wt में कोटा जीत के आया वही उसमे खेलेगा अब विघ्नेश फोक्काट फंस गई 50 किलो में 58 किलो का शरीर, लड़ना है 50 में 5 महीने लंबी तपस्या पानी तक नहीं पी सकते अपने मन से ओलंपिक में पहले दिन वजन ले आई किसी तरह वजन के सिर्फ 2 घंटे बाद पहली कुश्ती आ जाती है हफ्ते भर से भूखा प्यासा मर रहा खिलाड़ी……. अब उसे लगातार 3 कुश्ती लड़नी है भूखा आदमी क्या खाक लड़ेगा
वहां Dietician की भूमिका आ जाती है खूब मीठे Energy Drink, ढेर सारा पानी सुप्प्लेंमेंट्स खिला के किसी तरह लड़ने लायक बनाया
अब शरीर के अंदर एक खेल शुरू हुआ भूखे प्यासे शरीर को हफ्तों बाद Energy पानी sugar Glucose नसीब हुआ शरीर ने सोचा आज नसीब हुआ, फिर न जाने कब मिले सो उसने एक एक cell में ये न्यूट्रीशन, एनर्जी, पानी स्टोर कर लिया।भर लिया इधर देर शाम तीसरी कुश्ती semi final लड़ के जीत के Final में पहुंच गई तो अगली सुबह वजन की चिंता हुई वजन तब तक बढ़ के हो चुका था 53kg से भी ऊपर दौड़ भाग शुरू हुई शरीर से कहा सारा पानी बाहर निकालो शरीर अड़ गया बड़ी मुश्किल से तो हफ्तों बाद Energy Sugar Glucose Water मिला अब ये कह रही बाहर निकाल एक रस्सा कसी शुरू हो गई ढीठ शरीर अड़ गया उसने water shed करने से मना कर दिया लाख दौड़ भाग, खून पसीना, थूक, बलगम, ttti पेशाब निकालो शरीर अड़ गया तो अड़ गया।और इस तरह medal हाथ से चला गया।