सोमनाथ कुर्मी पटेल तहसील ढीमरखेड़ा जिला कटनी मध्य प्रदेश से खास रिपोर्ट
ढीमरखेड़ा के उमरिया पान मगेली राशन दुकान का मामला थब लगने और राशन नहीं मिलने के बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत जांच के सामने आई हकीकत करीब 8 लाख रुपया का राशन गायब राशन दुकान में खाद्यान्न का स्टॉक भी नहीं मिला कम से कम 39 उपभोक्ताओं से अब तक पूछताछ की गई सेल्समैन की सहायक द्वारा उपभोक्ताओं के घर जाकर अंगूठे के निशान लगवाई गई थेराष्ट्रीय भारत न्यूज़ 100 /उमरिया पान विकासखंड ढीमरखेड़ा के मगेली राशन दुकान के सेल्समैन द्वारा गरीबों का राशन हड़पने का मामला सामने आया है पीड़ित ग्रामीणों की शिकायत के बाद हुई जांच की में इसका खुलासा हुआ है सेल्समैन ने करीब 8 लाख रुपए की हेरा फेरी किया मामला उजागर होने के बाद राशन दुकान के सेल्समैनों में हड़कंप मच गया है जांच अधिकारी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी बृजेश जाटव ने बताया कि मगेली शासकीय शासन दुकान के सेल्समैन वीरेंद्र गर्ग के द्वारा उपभोक्ताओं की अंगूठे के निशान लगवाने के बाद भी जुलाई अगस्त माह के राशन का वितरण नहीं किया गया है जांच अधिकारी ने बताया कि मगेली जमुनिया धनवाही बिछिया और देमापुर गांव के 39 उपभोक्ताओं से अब तक पूछताछ की गई है जिसमें सामने आया है सेल्समैन के द्वारा अपने सहायक को उपभोक्ताओं के घर-घर भेज कर अंगूठे के निशान लगवाए दिए गए हैं लेकिन उन्हें 2 महीने का राशन वितरण नहीं दिया गया कई उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिन्हें जुलाई अगस्त के अलावा सितंबर माह का राशन भी नहीं दिया गया है जांच में सामने आया कि राशन दुकान में जो ऑनलाइन स्ट्रोक होना चाहिए था उसमें से करीब 300 क्विंटल खाद्यान्न कम पाया गया जिसकी अनुमानित लागत करीब आठ लाख रुपए की है जांच अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान उपभोक्ताओं ने बताया कि सेल्समैन के द्वारा नियमित दुकान नहीं खोली जाती है धनवाही जमुनिया बिछिया और देमापुर के उपभोक्ताओं को दो से तीन किलोमीटर दूर मगेली गांव राशन लेने के लिए शक्कर काटना पड़ता है उपभोक्ताओं का आरोप है कि सेल्समैन वीरेंद्र गर्ग के द्वारा अभद्र व्यवहार भी किया जाता है दुकान पहुंचने पर राशन पर्चियां तक फेंक दी जाती हैं बात दे की ग्राम पंचायत मगेली अंतर्गत आने वाले उपभोक्ताओं ने सेल्समैन के द्वारा उनके अंगूठे के निशान लेकर राशन वितरण नहीं करने और राशन गमन करने का आरोप लगाते हुए जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत किया था कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने मामले पर संज्ञान लिया जिस पर जिला पूर्ति अधिकारी सजन सिंह परिहार ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी बृजेश जाटव के सामने की जांच कराई गई जिसमें सच्चाई कुछ और सामने निकल कर आई ,