रिपोर्ट मुहम्मद ख्वाजा
टीकमगढ़ : सोमवार 07 अक्टूबर को दोपहर 3:00 बजे बदान मोहल्ला जेल रोड पर मुस्लिम धर्म गुरु सैयद अमीनुल कादरी साहब तशरीफ़ लाये उन्हें लेने के लिए टीकमगढ़ से 20 गाड़ियों झांसी पहुंची जैसे ही हजरत महाराष्ट्र से झांसी उतरे तो सभी लोगों ने हजरत का गर्मजोशी से इस्तकबाल किया उन्हें फूल माला पहनाई इसके बाद टीकमगढ़ के लिए काफिले के साथ हजरत रवाना हुए टीकमगढ़ के मोहनगढ़ तिगेला पर सभी मुस्लिम समाज के लोग अपनी गाड़ियों को लेकर हजरत का स्वागत करने के लिए पहुंचे जैसे ही हज़रत आए उनका स्वागत किया गया उसके बाद हजरत सैयद अमीनुल कादरी साहब शहीद खान ठेकेदार के घर पर पहुंचे वहां उन्होंने तोसे मुबारक की फातेहा दी उसके बाद उन्होंने नूरानी और इरफानी तकरीर की उन्होंने कहा कि आज दो तरह के मुसलमान हैं एक बह हैं जो अल्लाह को मानते हैं मगर अल्लाह की नहीं मानते हैं और एक वह है जो अल्लाह के भी मानते हैं और अल्लाह को भी मानते हैं और उन्होंने कहा कि आज के नौजवान मोबाइल में पड़कर अपना समय औऱ अपना जीवन बर्बाद करने में लगे हुए हैं नौजवानों को चाहिए कि वह मोबाइल के आदि ना बनेइस दौरान काफी संख्या मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।।