भक्तों को आवागमन मे भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, कच्चे रास्ते से गिरते पड़ते पहुंच रही है महिलाएं
इंदौर राऊ तहसीलदार के आदेशों की हो रही है अवहेलना
रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर के राऊ रंगवासा बाबा भूतनाथ मंदिर मे दिन व दिन भक्तों की तादाद बाबा भूतनाथ के दर्शनों के लिए बढ़ती जा रही है, जिसमे सिर्फ रविवार के दिन ही लाखो की संख्या मे भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहें है, एक ओर इंदौर शहर स्वछता मे अव्वल आ रहा है वहीं बाबा भूतनाथ मंदिर राऊ रंगवासा मंदिर पहुंचने मे भक्तों को भारी समस्याओ का सामना करना पढ़ रहा है, ओर ओर कच्चा रास्ता जिसमे रोड पर ही बहता हुआ पानी, धूल भरा बतावरण भक्तों का मेकअप कर देता है, यहां देखने मे आया है कि पहले बाबा भूथनाथ मंदिर पहुंचने वाला मार्ग कृष्णा कोल्ड स्टोरेज के बगल से था जिस रास्ते से भक्त पिछले कईं वर्षो से आते जाते रहें है, लेकिन बढ़ती हुई भीड़ के कारण सीधे रास्ते को कृष्णा कोल्ड स्टोररेज द्वारा ओर उनके कर्मचारियों द्वारा बंद कर दिया गया है, जिससे पैदल आने वाली महिलाएं सीधे पहुंच नहीं पाती है ओर जो श्रद्धालू अन्य शहर से बाबा भूतनाथ मंदिर आते भी है उनको भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ज्ञात हो कि बाबा भूतनाथ मंडली द्वारा इंदौर कलेक्टर महोदय से लेकर सभी बिभाग मे रास्ता खोले जाने हेतु आवेदन देकर रास्ता चालू करवाने का आग्रह किया था जिसमे राऊ विधानसभा के तहसीलदार द्वारा दिनांक 17/12/2024 को सूचना के माध्य्म से कृष्णा कोलस्टोरेज को आगामी आदेशों तक बाबा भूतनाथ मंदिर आने वाले भक्तों के पैदल मार्ग मे प्रकरण के अंतिम आदेश होने तक किसी भी प्रकार का कोई अवरोध उतपन्न नहीं करेंगे जिसमे आगामी तारिक 26/12/2024 को दी गईं है
लेकिन देखने मे यह आ रहा है कि श्री मान रास्ता बंद करने वाले महोदय का कहना है कि ऐसे कईं आदेश मेरी जेब मे पड़े रहते है, मे यहां से किसी भी भक्त को जाने की अनुमति नहीं दूंगा एवं देखा गया है कि यहां पहले कोल्डस्टोरेज वाले रास्ते से जो कि मंदिर पहुंचने का पुराना मार्ग है जिसे कोल्डस्टोरेज के गर्ड़ो द्वारा एवं कर्मचारियों द्वारा बाबा भूतनाथ मंदिर आने वाले भक्तों से आए दिन लड़ाई झगडे, करते है ओर मंदिर मे आने जाने वाले मुख्य रास्ते को ही बंद कर दिया गया है
अब देखना होगा कि मध्यप्रदेश मे मोहन यादव की सरकार होने के वावजूद भी आस्था पर निजीकरण हाबी होते, एवं प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना करने वालों कर क्या कार्रवाही होती है, ओर इस प्रकार के प्राचीन मंदिर जहाँ भक्तों की आस्था, ओर विश्वास एवं भक्तों द्वारा उनके जीवन मे चमत्कार का अनुभव करने वाले भक्तों को सही रास्ता ओर पार्किंग मिल पाती है या निजीकरण मे ही भक्तों की आस्थाएं दबा दी जाएगी