रिपोर्टर डॉ रामदत्त दीक्षित भिलाई छत्तीसगढ़ से
भिलाई नगर निगम में तीन पार्षदों ने 10 अगस्त को स्तीफा देकर बगावत का शंखनाद कर दिया। इन पार्षदों ने जिलाअध्यक्ष मुकेश चंद्राकर को अपना-अपना स्तीफा दे दिया और शहर छोड़कर बाहर चले गये। बताया जा रहा है कि स्तीफा देने वालों में वार्ड तीन के पार्षद हरिओम तिवारी, वार्ड 6 के पार्षद रविशंकर कुर्रे, और वार्ड 9 की पार्षद रानू साहू शामिल हैं। यह तीनों पार्षद काफी समय से नाराज़ चल रहे थे, इनका कहना है कि उन्होंने कयी बार एमआईसी में अपनी मांगों को रखा, लेकिन उनकी मांगों को नजरंदाज कर दिया गया इससे ये तीनों इतने नाराज़ हो गये कि इन्होंने स्तीफा दे दिया अब कांग्रेस पार्टी की नगर परिषद मुसीबत में आ गयी है। *भिलाई नगर निगम के महापौर नीरजपाल के घर पर कांग्रेसी नेताओं की मीटिंग हो रही है* सूत्रों के अनुसार तीनों पार्षदों के स्तीफे के बाद जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने पार्षद हरिओम तिवारी, रविशंकर कुर्रे और रानू साहू को महापौर नीरज पाल के बंगले पर बुलाया था। इस दौरान वहां भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव और महापौर नीरज पाल भी मौजूद थे वहां इस संकट के समाधान के लिए बैठक की गई। और निर्णय लिया गया कि तीन दिनों तक इस समस्या पर विचार किया जायेगा इसके उपरांत ही निर्णय लिया जाएगा अभी उन तीनों पार्षदों का स्तीफा मंजूर नहीं किया गया है। लेकिन इस घटना के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है। मान-मनौव्वल से तंग आकर सभी तीनों पार्षदों ने अपने-अपने मोबाइल बंद कर दिए हैं और बताया जा रहा है कि वे तीनों शहर से बाहर भी चले गये हैं। सूत्रों से पता चला है कि तीनों पार्षदों ने आरोप लगाया है कि भिलाई नगर निगम को सबसे अधिक टेक्स बैशाली नगर से मिलता है। और नगर निगम उस राजस्व को बीएसपी बिना स्थाई एनओसी के टाउनशिप में खर्च कर रही है। पार्षदों ने आगे आरोप लगाया कि वार्ड 1 से 52 तक का साफ सफाई का ठेका बैशाली नगर क्षेत्र के नाम से होता है लेकिन एमआईसी टाउनशिप में रहने वाले लक्ष्मीपति राजू को बनाया गया है। पार्षदों का कहना हैंकि इन ढाई सालों में लक्ष्मी पति राजू ने बैशाली नगर की साफ-सफाई का जायजा एक भी बार नहीं लिया है, जब उन्हें बैशाली नगर की स्थिति के वारे में पता ही नहीं है तो उन्हें यह जिम्मेदारी दी ही क्यों? बहरहाल अभी कांग्रेस के पार्षदों ने स्तीफा वापस नहीं लिया है उठापटक चल रही है बीजेपी भी अभी सक्रिय हो गयी है देखते हैं अब आगे क्या होगा।