सचिव दयाशंकर के द्वारा दबँगो से सांठ गाँठ कर के 2014 में कम साइज का पट्टा भी बना दिया गया औऱ सरे रिकार्ड समाप्त कर दिए गए
रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर के महू तहसील के अंतर्गत ग्राम कोदरिया के पूर्व सरपंच औऱ बर्तमान सचिव दयाशंकर आर्य द्वारा बेहद ही मानवता कों शर्मनाक करने जैसा कार्य किया है यहां की रहने वाली माताजी स्वर्गीय रामप्यारी भील पति स्वर्गीय केशर सिंग जो की प्रशासन के आगे फरियाद करते करते चल बसे मामला यह है कि 2014 के पहले फरियादि महिला रामप्यारी भील का प्लाट 2014 के पहले से करीबन 50 बाय 100 के आसपास था उक्त महिला के एक पुत्र करण सिंग भील जो कि 2014 के पहले ही किसी अन्य शहर में नौकरी करने चले गए थे औऱ दूसरे पुत्र यहां चीतू भील जो की अनपढ़ औऱ मंदबुद्धि के है वो उनकी माता जी के साथ ही तेजा मोहल्ला ग्राम कोदरिया में रह रहें थे वहीं आरोपी बाला पिता दशरथ, गुलाब सिंग पिता हरी सिंग द्वारा इस मोके का फायदा उठाकर उक्त महिला से झगड़ा कर उनका हाथ तोड़ दिया जिसमे महिला औऱ परिवार जनउनका इलाज करवाने इंदौर शहर में आना पड़ा उसके बाद आरोपियों द्वारा परिवार जन को डरा धमका के वहां से भगा दिया गया औऱ उक्त प्लाट पर पहले आरोपी द्वारा एक मकान 20बाय 40 का डबल मंजिला निर्माण कर लिया है औऱ दूसरे आरोपी द्वारा करीबन 15बाय 40 का मकान निर्माण कर लिया गया है घटना के बाद महिला महू के पुलिस थाने एफ आई आर आरोपियों के खिलाफ करने पहुंची तब संन्वंधित थाना पुलिस द्वारा सिर्फ आवेदन लेकर उनको वहां से भी भगा दिया गया औऱ आरोपियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाही नहीं की गई एवं फरियादि परिवार जन कोदरिया पंचायत में उनके प्लाट पर मकान बना लिए जाने के खिलाफ शिकायत करने पहुँचे तब उनको भी कोदरिया पंचायत के सचिव दयाशंकर ने कोई भी बात नहीं सुनी औऱ उन्हें पंचायत से भगा दिया उसके पश्चात सचिव दयाशंकर द्वारा आरोपी दबंग लोगों से सांठ गाँठ करके उक्त मामले को दबा दिया गया जिसमे पुलिस थाने से लेकर पंचायत के अधिकारी शामिल रहे जब उनके लड़के करण सिंग वाहर से इंदौर महू गांव आए तब उनको इस मामले की जानकारी मिली उसके पश्चात इनकी माता जी रामप्यारी जी को लेकर इंदौर शहर के कलेक्टर, कमिश्नर कार्यालय तक आवेदन देकर न्याय दिलाने हेतु औऱ उक्त भवन तुड़वाकर प्लाट वापस दिलवाया जाए सूचित औऱ विनती की गई लेकिन अभी तक आरोपियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाही नहीं की गई है जब की इन आरोपियों में मुख्य मास्टर माइंड कोदरिया ग्राम का सचिव है जिसने आला अधिकारीयों कों झूठी खबर, जानकारी देकर उक्त प्लाट का नया पट्टा छोटी साइज में बनवाकर फरियादियों के पास भिजवा दिया गया है औऱ उनकी स्वर्गीय माता जी का रिकार्ड भी पंचायत से हटवा दिया गया है जब की फरियादियों के पास उक्त प्लाट के पुराने दस्तावेज भी रखे हुए है अब देखने वाली बात यह होगी की न्याय के प्रति समर्पित रहने वाले इंदौर कलेक्टर महोदय इस मामले में न्याय कर पाते है औऱ भ्र्स्ताचारी में लिप्त ग्राम कोदरिया के सचिव औऱ प्रशासनिक अधिकारीयों पर कार्रवाही कर पाते है इस मामले क़ो फरियादि द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के समक्ष रखकर न्याय के गुहार लगाई है जसमे संभाग मंत्री श्री मुकेश राठौर जी द्वारा इंदौर शहर के कलेक्टर औऱ कमिश्नर महोदय क़ो सुचना देकर आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाही की मांग की जाएगी ताकि इस तरह की किसी मजबूर परिवार के साथ इस प्रकार की घटना ना हो