राकेश पाटीदार इंदौर मप्र
समाज में दृष्टिबाधितों के प्रति जागरूकता बढ़ने हेतु “अन्तराष्ट्रीय श्वेत छड़ी दिवस” के उपलक्ष्य में संस्था के दृष्टिबाधित छात्रों द्वारा किला मैदान पुनर्वासन केंद्र से लेकर बड़ा गणपति चौराहा तक तथा विद्यालय के छत्रो द्वारा हेलन केलर विद्यालय प्रकाश नगर से नवलखा चौराहे तक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य दृष्टिबाधितों को यातायात में आने वाली समस्याओ के प्रति से सामान्य जन को जागरूक करना तथा श्वेत छड़ी के प्रयोग से अवगत करना था। रैली में संस्था के समस्त अधिकारी व् कर्मचारी गण उपस्थित रहे तथा थाना मल्हारगंज व् थाना संयोगितागंज का सहयोग भी दृष्टिबाधित छात्रों को प्राप्त हुआ।श्वेत छड़ी के महत्व एवं जागरूकता हेतु प्रतिवर्ष मनाये जाने वाले कार्यक्रम है।श्वेत छड़ी दृष्टिदिव्यांगजनों की आत्मनिर्भरता एवं सम्बल का प्रतीक मानी जाती है। इस अवसर महासचिव डॉ. जी.डी सिंघल, सचिव श्री अशोक टेमले पूर्व सचिव श्री सुभाष मोरे,श्रीमती संजीवनी डोभाल,श्री मुन्नालाल शर्मा ,श्रीमती सुलभा जोशी,श्रीमती कंचन मालवीय, श्रीमती संध्या अंबुलकर, श्रीमती रीना गोयल,सुश्री सीमा सिंगले,श्री सचिन पाटिल, श्री अरुण यादव ,श्री चेतन सिंह सुश्री अंकिता यादव और विद्यालय के समस्त छात्र भी रैली में सम्मिलित हुए। *श्वेत छड़ी आत्मनिर्भरता का प्रतीक* •श्वेत छड़ी दृष्टिदिव्यांगजनो की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।•श्वेत छड़ी को बेंत या डंडा कहकर सम्बोधित न करें बल्कि छड़ी या केन के नाम से सम्बोधित करें।•श्वेत छड़ी लिए हुए दृष्टिदिव्यांग स्वयं चलने में सक्षम है उन्हें चलने में असमर्थ न समझें।•जब भी किसी दृष्टिदिव्यांग को बिना छड़ी के आवागमन करते हुए देखें उसे छड़ी के साथ आवागमन करने के लिए प्रेरित करें।* छड़ी को दाएं या बाएं किसी भी हाँथ में पकड़ा जा सकता है।•दृष्टिदिव्यांगजन छड़ी चलाते समय अपने हाँथ को (हाँथ मिलाने की स्थिति में) शरीर के मध्य में रखते है।•दृष्टिदिव्यांगजन छड़ी को जमीन पर दाएं एवं बाएं इसलिए घूमाता है जिससे सामने आने वाली बाधाओं से स्वयं को सुरक्षित कर सकें।•भारत में तीन प्रकार की छड़ियाँ प्रयोग की जाती है लम्बी छड़ी, फोल्डिंग छड़ी एवं स्मार्ट छड़ी, सभी का रंग श्वेत रखा गया है।•छड़ी के श्वेत होने का अर्थ यही है कि रात में गाडी का प्रकाश पड़ने पर प्रकाश परावर्तित हो तथा वाहन चालक को ये ज्ञात हो पाए कि दृष्टिदिव्यांग छड़ी के साथ आवागमन कर रहा है।