राजेश विश्वकर्मा
चोरी के बाद सभी झारखंड, बिहार, यूपी, दिल्ली में फरारी काट रहे थेमोबाइल कंपनी के टावरों में लगने वाले महंगे उपकरण और रेडियो रिसीवर यूनिट चुराने वाली एक अंतरराज्यीय गैंग को क्राइम ब्रांच ने पटना और दिल्ली से पकड़ा है। आरोपियों ने उपकरण लगाने के ठेके लिए थे फिर माल लेकर भाग गए। चोरी के बाद ये कई राज्योें में घूमते रहे। सभी उपकरण इन्होंने दिल्ली और मेरठ की मंडी में बेच दिए हैं। एडि. डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार आरोपियों के नाम इमरान मलिक, उसका भाई उस्मान मलिक, साथी अबिद मलिक तीनों निवासी मेरठ, राकेश उर्फ सचिन सिंह सहरसा बिहार और संजीव कुमार खगड़िया बिहार हैं। मोबाइल कंपनी के जनरल मैनेजर अंबरीश तिवारी ने शिकायत में बताया था कि आरोपियों ने मप्र के अलग-अलग शहरों में स्थित हमारी कंपनी के टॉवरों में बड़ी संख्या में 5-जी उपकरण लगाने का ठेका लिया था। करीबन 8 करोड़ के उपकरण ये बदमाश गोडाउन में जमा न करते हुए चुराकर भाग निकले थे। तकनीकी जानकारी में ये बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में घूम रहे। *पटना और दिल्ली से पकड़ा गया* आरोपी संजीव ने भोपाल व सचिन ने नांदेड़ से बीटेक परीक्षा पास है। इनकी गैंग के कई सदस्यों ने कई टेलिकॉम कंपनियों में मेंटेनेंस का काम किया है। उस्मान इंदौर व अन्य जिलों से चोरी का माल लेकर मेरठ में इमरान व आबिद के माध्यम से बेचता था। आरोपियों ने बताया कि चुराए गए रेडियो रिसीवर यूनिट की चीन व दुबई में भारी मांग है। इसलिए इन्होंने ये कीमती पार्ट्स चुराए थे।