रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर के अभिलाषा मगर उद्योग नगर मेन रोड का मकान पिछले दिनों नगर निगम और पुलिस प्रशासन के सहयोग से बिना कोई नोटिस और सूचना दिए बगैर तोड़ दिया गया था जिसमे मकान मालिक, परिवार द्वारा विरोध करने पर चोट भी लगी थी और उक्त कार्रवाही मे सामान भी नहीं निकलने दिया और गृहस्ती का सामान भी तोड़ दिया गया जिसमे बच्चों के स्कूल बेग से लेकर राशन सामग्री भी शामिल थी इसके बाद इस परिवार द्वारा प्रशासन का इस कार्रवाही को लेकर विरोध भी किया और उक्त परिवार तंबू लगाकर बारिश के पानी मे ही सोने को मजबूर है और इंदौर शासन और मध्यप्रदेश शासन से न्याय की गुहार और न्याय दिलवाने हेतु आवेदन कितने ही अधिकारीयों को दे चुके है लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी या नेता मंत्री इनके हाल चाल भी देखने नहीं पहुंचे है आज बुधवार दिनांक 25/09/2024 को सुबह करीबन 10 बजे के आसपास इंदौर आजाद नगर थाने के पुलिस कर्मी जे.सी. बी.लेकर उक्त भवन मालिक के पास पहुंचे जिसमे महिलाओं द्वारा जे. सी.बी. पर बैठकर विरोध किया जिसमे महिला पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं को धक्का देकर हटाया गया जब मामला ज्यादा बिगड़ते और विरोध जताने वाला हुआ और रहवासियों द्वारा भी पुलिस की इस कार्रवाही का विरोध किए जाने पर पुलिस थाना आजाद नगर का स्टाफ वापस जे. सी. बी. भी लेकर वापस रवाना हो गए अब सवाल यह होता है कि जे.सी.बी. बुलडोजर द्वारा कार्यवाही पर अंकुश होने के बाद भी खुलेआम इस तरह है इंदौर प्रशासन द्वारा किसी भी कार्यवाही मे जे. सी. बी. इस्तेमाल की जा रही है जबकि पीड़ित परिवार को आज तक न्याय नहीं मिला है और आज भी इस बारिश के मौसम मे तंबू मे न्याय की आस मे बैठे हुए है