राष्ट्रीय भारत न्यूज़ 100 से संवाददाता, सोमनाथ कुर्मी पटेल तहसील ढीमरखेड़ा जिला कटनी मध्य प्रदेश से खास रिपोर्ट
तहसील ढीमरखेड़ा अंतर्गत ग्राम मगेली भृष्टाचारियों के हौसले बुलंद है!
समिति प्रबंधक बिरेंद गर्ग के ऊपर आरोप था कि आदिवासियों के अंगूठे लगाकर गरीबों के राशन का गबन किया, जांच में सत्य पाया गया!
यह भृष्टाचार का मामला थमा नहीं था कि नया मामला संज्ञान में आया! किसानों को D A P की बोरी में MRP रेट 1250 रुपए प्रिंट है लेकिन डीएपी की बोरी किसानों को 1475 में दी जाती है MRP से अधिक कीमत लेकर खाद बेची!
ढीमरखेड़ा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, यहाँ के लोगों का शिक्षा स्तर कमजोर है, शिक्षा व जागरूकता की कमी का फायदा उठाते हुए, गरीब आदिवासियों के हक के राशन, बीच एवं खाद का गबन निरंतर किया जाता है! भृष्टाचार में हेडलाइन बने बीरेंद्र गर्ग मानो खुद को सरकार समझ बैठे है! सेल्समैनों को एक कमाई का बड़ा जरिया बना हुआ है क्योंकि इस क्षेत्र में किसान जागरूक नही है!
आदिवासियों के राशन पर निरंतर हो रही डकैती की लगातार शिकायत के बाद प्रशासन का मौन होना दर्शाता है कि जिम्मेदार अधिकारियों की भी सहमति है!
सवाल यह है कि आखिर कौन बनकर आयेगा गरीब आदिवासियों का भगवान् आखिर कौन दिलायेगा इन्हें न्याय!
आदिवासी क्षेत्र ढीमरखेड़ा में भृष्टाचार चरम पर
राष्ट्रीय भारत न्यूज़ 100 आम आदमी की आवाज़, न्याय की पुकार, राष्ट्र हित में समर्पित
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