रिपोर्ट राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर के सिल्वर स्प्रिंग फेस टू का पानी घोटाला फेंक साबित हुआ हमारे संवादाता इस सोसाइटी के डायरेक्टर जनों से मुलाक़ात करने औऱ मौजूद सबूत देखने के पश्चात यहां जानकारी निकलकर सामने आई है, कि सोसाइटी सिल्वर स्प्रिंग फेस टू में पिछले वर्षो में डायरेक्टर टीम का गठन हुआ था जिसमे 9 डायरेक्टर नियुक्ति होकर सोसाइटी के हित को ध्यान में रखकर कार्य कर रहे थे कुछ समय पश्चात 3 डायरेक्टर एक एक कर अपना पद छोड़ चुके थे शेष 6 डायरेक्टर जिसमे CP सिंग कुशवाहा जी , BL पाटीदार जी,अशोक व्यास जी,प्रमोद रघुवंशी जी, अलका दुबे जी, शीतल राय जी इन सब डायरेक्टरों द्वारा ही सोसाइटी के हित में फैसले लिए जा रहें है इसी कड़ी में हम बात कर रहें है पानी घोटाले का जो आरोप लगा है दरसल हुआ ही नहीं है यहां जब गर्मी में पानी की आपूर्ति हेतु पानी के टेंकर व पाईपलाइन से पानी डलवाया जाता है। उस समय कोटेशन लेकर सभी डायरेक्टरों की तथा सप्लायर दाताओं की उपस्थिति में कोटेशन खोले गए थे उनमें जिस जिस सप्लायरों की दरें कम थीं, उन सभी को स्वीकार कियागया सभी डायरेक्टर व सप्लायर की उपस्थिति में फिर उन्हीं को पानी सप्लाई के आडर सहमति से ही उक्त टेंकर / पाइपलाइन से सप्लार से होता है, जारी किए गए। उन्हीं के द्वारा पूरी गर्मी में पानी प्रदान किये जायेंगे। उस में प्रति टेंकर 400 रूपये ( 6,000 लिटर क्षमता) में तथा पाइपलाइन से सीधे ग्राउंड वाटर टेन्क मे 1,00,000 लिटर पानी 5,000/- में देना तय हुआ था,आदेश जारी किए। यदि गर्मी में पानी की डिमांड बढ़ती है तब अतिरिक्त मात्रा बढ़ाई जा सकती है। उसके कुछ दिन बाद डायरेक्टरों की उपस्थिति मे सहमति बनी की अतिरिक्त टेंकरों का रेट कुछ कम करवाया जए जिसमें उक्त अतिरिक्त टेंकरों की सप्लाई को 385 रूपये में टेंकर देने का निगोसिएशन हुआ जो सप्लाई दाता था उसी से किया गया तत्पश्चात उसे अतिरिक्त टेन्करों का आदेश 385/- की दर से जारी हुआ था। इन्हीं शर्तो के साथ टेंकर सप्लायर द्वारा जल की आपूर्ति की गई। उसके पश्चात कुछ रहवासियों द्वारा कुछ डायरेक्टरों पर पानी के टेंकर के बिलदेखने के पश्चात अलग अलग रेट देखने के पश्चात मिथ्या आरोप लगा दिया गया एवं झूठी खबर भी प्रकाशित करवा दी गई कुछ डायरेक्टरों पर ऐसे झूठे औऱ बिना किसी जांच पड़ताल के खबर प्रकाशित कराई गई।ख़बर को ग्रुप मे डालने वाले महोदय के खिलाफ पूर्व में ही मान हानि का दावा डायरेक्टरों ने प्रस्तुत किया हुआ है, क्योंकि उसके द्वारा पूर्व मे भी सोसायटी के ग्रुपों में उक्त डायरेक्टरों के विरुध्द झुँठी ख़बर डालीं गईं थी।