राष्ट्रीय भारत न्यूज़ 100
प्रदेश के प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेज गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय हमीदिया अस्पताल भोपाल में आज रेजम वॉटर (स्ट्रीम) थेरेपी कार्यशाला का सफल आयोजन हुआ। जहां कार्यक्रम का शुभारंभ अधिष्ठाता जीएमसी प्रोफेसर डॉक्टर कविता एन सिंह एवं जीएमसी यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ सौरभ जैन , सहायक अध्यापक डॉ अमित जैन एवं डॉ धाडीवाल फोर्टिस अस्पताल मोहाली एवं डॉ टी मनोहर अपोलो हॉस्पिटल बैंगलोर ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। साथ ही साथ अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ के माध्यम से हुआ। जहां GMC यूरोलॉजी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ समीर व्यास एवं डॉ नरेंद्र सिंह कुर्मी, सहायक डॉ कपिल चढ़ार, डॉ सौरभ, डॉ अजय, डॉ भाटिया सहित भोपाल शहर के 20 से अधिक सम्मानीय चिकित्सक उपस्थित रहें।
रेजम जल वाष्प चिकित्सा – प्रॉस्टेटिक हाइपरप्लेशिया (BPH ) या बड़े हुए प्रोस्टेट के लिए न्यूनतम आक्रामक उपचार है जो प्रोस्टेट को सिकुड़ने के लिए भाप का उपयोग करता है।
यह किस प्रकार काम करता है – मूत्र मार्ग के माध्यम से एक विशेष उपकरण डाला जाता है जो एक बार में 8 सेकंड के लिए प्रोस्टेट ग्रंथि में जीवाणु रहित जलवाष्प छोड़ता है भाप कोशिकाओं के बीच तक यात्रा करता है जब तक वह है कॉलेजन अवरोधो या प्रोस्टेट कैप्सूल तक नहीं पहुंच जाता।
फायदे बेनिफिट्स – रेजम थेरेपी आमतौर पर डॉक्टर के कार्यालय या OPD सर्जरी सुविधाओं में भी हो सकता है। इसमें चीरा लगाने या समान एनेस्थीसिया की आवश्यकता नहीं होती है। प्रक्रिया के बाद 5 साल तक यौन कार्य क्षमता को भी सुरक्षित रखने में सहायक सिद्ध होता है।
प्रक्रिया -प्रकिया में पहले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, सुविधाओं को कम करने के लिए क्षेत्र को सुन्न कर देना। प्रक्रिया में तो कुछ भी ही मिनट लगते हैं, लेकिन पूरी प्रक्रिया में लगभग 2 घंटे लग सकते हैं।
रिकवरी फेस और वसूली- प्रकिया के बाद आप अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित मौखिक एंटीबायोटिक लेना जारी रख सकते हैं अधिकांश रोगी कुछ ही दिनों में समान गतिविधियां कर सकते हैं तथा दो सप्ताह के भीतर लक्षणों में सुधार देखने लगते हैं।
कार्यक्रम कार्यशाला में तीन मरीजों का उपचार रेजम वॉटर वेपर ( स्टीम) थेरेपी के माध्यम से हुआ। नि:संदेही ही आगामी समय में समस्त मध्य प्रदेश एवं भोपाल शहर के मरीजों को भी गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय हमीदिया अस्पताल में रेजर वॉटर वेपर (स्टीम) थेरेपी के माध्यम से उपचार मिलते हुए हम देख सकते हैं।