राकेश पाटीदार इंदौर
महाकुंभ 2025 के शुभारंभ के लिए उत्तर प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग एवं हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा लखनऊ में 5 सितंबर से आयोजित तीन दिवसीय कवि कुंभ में देश भर से 450 कवियों ने प्रतिभागिता की जिसमें शिवपुर का प्रतिनिधित्व कमल राठौर साहिल ने किया । कमल राठौर साहिल शिवपुर ने राष्ट्र जागरण करती अपनी पंक्ति” उठो राम के वंशज तुमको देश पुकार रहा जय चन्दो की संतानों से थरथर देश कांप रहा कल्कि का अवतार धर युग पुरुष तुम्हे पुकार रहा एक अकेला मोदी देखो शेर की तरह दहाड़ रहा” पर श्रोताओं के रूप में उपस्थित कवियों को खड़े होकर तालियां बजाने के लिए प्रेरित कर दिया । कवि कुंभ का उद्घाटन मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उप मुख्य मंत्री श्री बृजेश पाठक द्वारा किया गया, विशिष्ट अतिथि लखनऊ के विधायक श्री ओम प्रकाश श्रीवास्तव राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल की भी गरिमायुक्त उपस्थिति रही । द्वितीय दिवस उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री श्री जय वीर सिंह ने संस्कृति विभाग द्वारा महाकुंभ 2025 में कवियों की सहभागिता की योजना एवं साहित्यकारों कलाकारों के हित में शासन की नीतियों की जानकारी दी । तीसरे दिन उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्य मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में कवियों के मध्य अपने साहित्य प्रेम से जुड़े अनुभवों को साझा किया ।कवि कुंभ में सुप्रसिद्ध फिल्म गीतकार संतोष आनंद, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डॉ हरिओम पंवार, गिरीश मिश्रा, डॉ प्रवीण शुक्ल, आशीष अनल, कुलदीप राणा, सर्वेश अस्थाना, अनामिका जैन अंबर, हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ जैन सुमन, डॉ मंजु दीक्षित ने कवियों के मध्य अपनी साहित्यिक यात्रा के अनुभवों को साझा किया । महाभारत सीरियल में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले डॉ गजेंद्र चौहान, चाणक्य की भूमिका, गदर 2 के हामिद इकबाल की भूमिका जैसे यादगार किरदार निभाने वाले मनीष वाधवा, सुप्रसिद्ध फिल्मी गीतकार ए एम तुराज़ ने भी कवि कुंभ में अपनी सहभागिता देकर आयोजन को बुलंदियों पर पहुंचाया । सुरेंद्र पाल जी द्रोणाचार्य ने भी सभी कवियों को शुभ आशीष दिया । कवि सम्मेलन के मंचों के स्थापित कवियों के साथ नवोदित कवियों का ऐसा यादगार सम्मिलन पहले कभी भी कहीं नहीं हुआ था । कवि कुंभ के इस भव्यतम आयोजन में संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव डॉ मुकेश मेसराम, हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ जैन सुमन, राष्ट्रीय संयोजक डॉ अनामिका जैन अंबर और उनके सहयोगियों के कड़े परिश्रम को भुलाया नहीं जायेगा ।