रिपोर्ट मुहम्मद ख्वाजा
मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग भोपाल एवं मध्य प्रदेश शासन सामाजिक न्याय दिव्यांगजन एवं सशक्तिकरण विभाग भोपाल के आदेशानुसार शासकीय महाविद्यालय टीकमगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर नशा मुक्ति एवं मद्य निषेध साप्ताहिक कार्यक्रम 2 से 8 अक्टूबर 2024 के मध्य विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर आज समापन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों एवं प्राध्यापकों ने सरस्वती जी के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।संस्था प्रमुख एवं प्राचार्य डॉ के.सी. जैन के निर्देशन में अलग-अलग दिवस में नशा मुक्ति एवं मद्य निषेध थीम पर निबंध, चित्रकला, रंगोली, मैराथन, नाटक, गायन एवं डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम प्रभारी एवं मास्टर ट्रेनर डॉ राम मनोहर अहिरवार के अनुसार समापन समारोह का आयोजन सांस्कृतिक गतिविधियों से संपन्न हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अपर कलेक्टर पी.एस. चौहान, अपर संचालक सामाजिक न्याय विभाग टीकमगढ़ श्री आर के पस्तोर तथा भारतीय स्टेट बैंक एलडीएम अधिकारी आर्या उपस्थित रहे। डॉ अहिरवार ने स्वागत भाषण में कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर नशा मुक्ति एवं मद्य निषेध सप्ताह मनाया गया जिसके अंतर्गत समाज में बढ़ती हुई मद्यपान और नशीली दवा मादक पदार्थों के दुष्परिणामों से युवाओं विद्यार्थियों एवं समाज को अवगत कराना व नशा सेवन प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए जन जागृति एवं चेतना निर्मित कर मध्य प्रदेश को नशा मुक्त बनाना है। तत्पश्चात मुख्य अतिथि अपर कलेक्टर, पी. एस. चौहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि नशा एवं अल्कोहल सेवन करने से किसी भी मनुष्य का शरीर बर्बाद होने के साथ-साथ उसका घर बर्बाद हो जाता है तथा समाज में उसकी कोई इज्जत नहीं रहती है इसलिए सभी छात्र-छात्राएं इस बात का प्रण लंे कि वह कभी दारू एवं सिगरेट का सेवन नहीं करेंगे। अपर संचालक, आर. के. पस्तोर ने कहा कि नशा एवं दारू सेवन से तन, मन और धन का नुकसान होता है। मुंह एवं फेफड़ों में कैंसर जैसी बीमारी हो जाती है और अंत में उसकी मृत्यु हो जाती है तथा हर कोई उसका तिरस्कार करता है। संस्था प्रमुख/प्राचार्य डॉ के. सी. जैन ने कहा कि दारू पीना एवं गुटखा खाना बहुत बुरी आदत है, हम देखते हैं कि आज की नई युवा पीढ़ी गुटका और दारू का अत्यधिक सेवन कर रही है और शासकीय इमारत स्कूल भवनों में जगह-जगह वॉशरूम और सीढियों पर गुटका के थूक के निशान बने रहते हैं जो सही बात नहीं है। इसलिए हमें प्रेरणा लेना है कि हम कभी भी ना तो दारू पियेंगे और ना ही गुटखा खाएंगे एवं कहा कि आजकल के छात्र-छात्राएं मोबाइल का दुरुपयोग करते हैं। जगह-जगह मोबाइल चलाते हुए मिल जाते हैं जिसका दुरुपयोग करते हैं ना कि सदुपयोग, जिससे आगामी भविष्य सुरक्षित नहीं हैं इसलिए मोबाइल कम चलाएं।साप्ताहिक कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें निबंध प्रतियोगिता के विजेता अपर्णा, गंगेले प्रथम, तनु जैन द्वितीय और पलक सेन तृतीय; चित्रकला प्रतियोगिता में अथर्व श्रीवास्तव प्रथम, वैशाली तिवारी द्वितीय एवं भारती सूत्रकार तृतीया; रंगोली प्रतियोगिता में पलक सेन प्रथम, तनु जैन द्वितीय; मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में शिवेंद्र अहिरवार प्रथम, अवधेश अहिरवार सेकंड एवं राहुल चढ़ार तृतीय रहे, जिन्हें प्रमाण पत्रों के द्वारा सम्मानित किया गया। नाटक में प्रियंका अहिरवार, भूमि प्रजापति, रोशनी अहिरवार, नेहा राय, रौनक अहिरवार, निशि विश्वकर्मा गायन में प्रभु दयाल कुशवाहा, अशोक अहिरवार, सुमन विश्वकर्मा, कृष्णकांत त्रिपाठी एवं शिवानी; ढोलक में अभिषेक अहिरवार तथा डांस में खुशी तिवारी, इशा विरथरे और मुस्कान साहू ने भाग लिया जिन्हें प्रमाण पत्रों से पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही साथ महाविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा-2024 कार्यक्रम 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक आयोजित किया गया जिसके जिला संगठक एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ मंजू कुशवाह एवं डॉ धनीराम अहिरवार के निर्देशन में स्वयं सेविकाओं एवं स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।समापन समारोह कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ए.वी. खरे, डॉ मोहम्मद नसीम खान, डॉ शशि प्रभा जैन, डॉ अस्था द्विवेदी, डॉ राजेश कुमार सैनी, डॉ प्रतीक्षा चौबे, डॉ प्रियंका मेहरा, डॉ ज्योति पटेल, डॉ दीपिका स्वर्णकार, डॉ अखिलेश अहिरवार, डॉ अमर प्रकाश पांडे, डॉ जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ हरिमोहन राय, डॉ संदीप चौरसिया, डॉ सिद्धनाथ खजुरिया, डॉ तेज प्रताप तिवारी, डॉ सौमित्र बनर्जी, डॉ नरेंद्र तिवारी, डॉ राम रतन कुशवाहा, निष्ठा दुबे, डॉ धर्मदास तथा कई छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार डॉ रजनी राय ने व्यक्त किया।।