रिपोर्ट मुहम्मद ख्वाजा
पलेराः बारिश के मौसम में नगर सहित आसपास के गांवों की मुख्य सडकों पर इन दिनों आवारा मवेशियों का जमावडा लगा रहता है, जिससे सड़कों पर निकलने वाले राहगीरों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गौरतलब है कि आवारा जानवरों को सडकों पर नहीं घूमने के निर्देश अधिकारियों द्वारा दिए गए थे, लेकिन इन निर्देशों का जिले में कहीं भी पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है।गांव-गांव में गौशालाओं का भी निर्माण किया जा चुका है इसके बावजूद भी गौवंश सडकों पर घूम रहे हैं जबकि गौशालाएं खाली रहती हैं और वह शोपीस बनकर रह गई हैं। नगर के डिवाईडर मार्ग पर यहां वहां आवारा जानवर खड़े दिखाई देना अब आम बात हो गई है तो वहीं गांवों में नयागांव, लारौन, आलमपुरा, बेल मुख्य सड़क पर खड़े झुण्ड में मवेशी। संजयनगर, लहरबुजुर्ग, पूंछा, रमपुरा निवावरी, कुडयाला, बराना, सिमराखुर्द जैसे मार्ग पर कई गांव हैं जहां पर रात हो या दिन यहां पर जानवरों के झुण्ड खडे दिखाई देते हैं वहीं रात्रि के समय कई बार सडक दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।विगत रात्रि में नजदीकी पूंछागांव के पास खरगापुर मार्ग पर दो बैलों को अज्ञात वाहन द्वारा टक्कर मार दी गई जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
इस तरह से प्रशासनिक अधिकारियों के आदेशों का जिम्मेदारी के साथ कहीं भी र पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है अ जिससे आवारा जानवरों की समस्या ने लोगों के लिए दिन प्रतिदिन सिरदर्द बनती जा रही है वहीं किसानों की फसलों को भी यह आवारा मवेशी नि नुकसान पहुंचा रहे हैं जिससे किसान भी परेशान बने हुए हैं लेकिन इस ओर कोई उचित कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है।।
इनका कहना है जिन किसानों की गाय है उनको मुनादी करवाकर घर में रखे।पंचायत ने नोटिस जारी कर कार्यवाही की जाएगी।गौशाला की भी एक सीमा है, 100 तक की । इससे अधिक होने पर बीमार होने की और मृत्यु की दर अधिक हो जाती है।जिनकी गाय है उनको ही इस पर अपने घर में रखना अधिक ठीक है
सिद्ध गोपाल वर्मा जनपद सीईओ पलेरा