राजेश विश्वकर्मा
डीसीपी ने सभी थाना प्रभारियों की बैठक ली और प्रोजेक्ट पर गश्त की हकीकत बताई। कनाड़िया, विजयनगर, लसूड़िया, तिलकनगर और खजराना के कई हिस्सों में गश्त ही नहीं हो रही थी। इसी कारण बाहरी क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ रही थी। डीसीपी ने सभी थाना प्रभारियों को चेताया है।इंदौर। शहर में पुलिस की गश्त में खूब लापरवाही हो रही है। पुलिस वाले चुनिंदा जगहों पर ही गश्त करते हैं। इस कारण चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं। यह गड़बड़ी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पकड़ी है। इस पर डीसीपी ने सभी थाना प्रभारियों को चेताया है और प्रत्येक कॉलोनियों के हाट स्पाट बनाए हैं। जोन-2 के डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की सहायता से एक टूल बनाया है जो रात्रि गश्त की निगरानी कर रहा है। पुलिसकर्मी कब-कब कहां गए और कितनी देर रुके इसकी सारी रिपोर्ट इस सिस्टम से मिल जाती है। किस-किस क्षेत्र में गश्त नहीं हुई इसका ब्योरा भी एक क्लिक पर मिल जाता है।प्रत्येक कालोनी में 40 से ज्यादा हॉटस्पॉट बनाए हैं जहां गश्त करना अनिवार्य है। इसमें बैंक, एटीएम, मार्केट, भीड़वाले क्षेत्र, वीआईपी क्षेत्र शामिल हैं। डीसीपी के मुताबिक पुलिस बल की कमी के कारण भी गश्त में समस्या आ रही है। पुलिसकर्मियों की हर दूसरे दिन गश्त लग रही है। हमने एबीसीडी सिस्टम तैयार किया है। इससे पुलिसकर्मियों को राहत मिलेगी और गश्त में भी सुधार होगा। एआइ सिस्टम का मकसद गश्त व्यवस्था को दुरुस्त करना है।