रिपोर्ट -दुर्गेश पटेल रीठी मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के हाई स्कूल रीठी में शासकीय स्कूल में बच्चों द्वारा शिक्षक दिवस मनाया गया शिक्षक दिवस मनाने में स्कूल के छात्रों का विशेष सहयोग रहा एवं छात्रों ने बढ़-चढ़कर शिक्षक दिवस में अपने गुरु जनों का सम्मान औऱ आशीर्वाद लिया स्कूल को सजाया गया एवं गुरुजनों का आभार व्यक्त किया यहां पर कक्षा बरहवीं,कॉमर्स क्लास के सभी बच्चों द्वारा शिक्षक दिवस मिलकर मनाय बहुत ही धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया शिक्षक दिवस पर गुरु का महत्व क्यों है इस बारे में एक कहानी बताते हैं एक समय की बात है एक तोता आजाद परिंदा था एक दिन उसे पक्षी पकड़ने वाले में पकड़ लिया है और तोते को बेचते हुए वह राजा के महल के पास पहुंचा तो राजा ने तोते को देखकर तोता उनसे खरीद लिया और उस तोते को अपने सोने के पिंजरे में रख लिया उस तोते की इच्छा थी कि मुझे बाहर का जीवन जीना है मुझे आजाद रहना है और राजा की इच्छा थी यह तोता मेरे सोने के पिंजरे में रहकर मेरी शोभा पड़ा है दिन दिन की बात है राजा द्वारा एक विशाल पूजा का आयोजन किया जाता है जिसमें राजा के गुरु जी आकर पूजा पाठ करते हैं तभी उनकी नजर उस पिंजरे में बंद सोने के पिंजरे में तोते पर पड़ी तोता उदास था गुरु जी ने तोते से पूछा क्या तकलीफ है तोता ने कहा कि मुझे आजाद होना है लेकिन गुरु भी मजबूर थे राजा की इच्छा के विरोध कैसे कार्य कर सकते थे तब उस समय गुरु जी द्वारा तोते के कान में कुछ मंत्र बोले उसके बाद गुरु जी वहां से चले गए पूजा पाठ का कार्यक्रम समापन हुआ दूसरे दिन तोते की तरफ जब राजा ने देखा तो तोता मरा हुआ पड़ा था तब राजा ने सेवादारों को आदेश दिया कि मरे हुए तोते को निकाल कर बाहर फेंक आओ और सेवक तोते को निकाल कर बाहर की तरफ देखने जा रहे थे इतने में तोता उड़कर भाग निकला अब हम आपको बात दोहराते हैं उसे समय गुरु जी ने तोते के कान में क्या कहा आप समझ गए होंगे इसलिए गुरु का महत्व सबसे अधिक होता है एक गुरु ही हमें इस समस्याओं से छुटकारा दिलाने का गुरु मंत्र देता है इसलिए शिक्षक दिवस पर गुरु जन का महत्व बड़ा ही सम्मानजनक कहलाता है