रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
इंदौर शहर स्वछता में हमेशा ही अव्वल रहा है औऱ अव्वल रहना चाहता भी है इसलिए इंदौर नगर निगम प्रशासन औऱ इंदौर प्रशासन द्वारा रोज ही नए नए प्लान तैयार किए जा रहें है जिसमे कचरा संग्रह करने हेतु नए टिंची ग्राउंड ग्राम मांचला में प्रस्तावित किया गया है लेकिन यहां पर ग्राम माचला में नए टिंची ग्राउंड का विरोध करने प्रधानमंत्री आवास योजना पलाश परिषर टू के रहवासी, ओमेक्स सिटी टू के रहवासी औऱ ग्राम मांचला के रहवासी उतरे है यहां यहां पर एक बात औऱ देखने में आई है कि यहां के सरपंच साहब बिक्रम सिंह ठाकुर को भी इस नए टिंची ग्राउंड आने का पता ही नहीं है कि यहां पर कचरा प्लांट आने का पता ही नहीं था यहां के आर आई महोदय एवं पटवारी जी द्वारा इंदौर प्रशासन औऱ महापौर महोदय श्री पुष्यमित्र भार्गव जी को गांव के बीच की जगह आवासीय क्षेत्र चयनित करके बता दिया गया ना तो इनके द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के रहवासियों औऱ मांचला ग्राम वासियों को सूचित किया गया औऱ आवासीय इलाके में टिंची ग्राउंड बनाने का आदेश भी पारित करवा दिया गयायहां पर रहवासियों औऱ ग्राम वासियों के विरोध करने औऱ अधिकारीयों से सवाल पूछने पर कहा गया है कि इस टिंची ग्राउंड के यहां आने से यहां बहुत ही गंदगी, बदबू, औऱ मानव जीवन पर प्रभाव पड़ने जैसा कार्य होगा इसका हम भी मानते है कि यह गलत फैसला है इसके अलावा आर आई महोदय द्वारा यह कहा गया है कि आप लोग इंदौर कलेक्टर महोदय से बात कीजिए यह फैसला उनका ही है जब हमारे संवाददाता ने सवाल पूछा गया है कि जगह का चुनाव तो आप ही के द्वारा किया गया है इसका कोई स्पस्ट जबाब नहीं दिया गया है जबकि यहां के रहवासियों एवं ग्राम वासियों द्वारा 4 दिवस पहले ही इंदौर कलेक्टर महोदय को आवेदन देने के साथ बिरोध दर्शाया था औऱ ग्राम मांचला में नए टिंची ग्राउंड बनाने के विरोध में विज्ञप्तियाँ प्रकाशित करवाई गई थी माननीय इंदौर कलेक्टर महोदय द्वारा रहवासियों के बीच में कचरा प्लांट बनाए जाने हेतु आवेदक कर्ता की याचिका को ही खारिज कर दिया गया है एवं प्रशासनिक आदेशों का हवाला देते हुए आवासीय इलाके में टिंची ग्राउंड बनाने का फैसला पक्का कर लिया गया है जबकि यहां पर कुछ दिनों पहले ही श्री कैलाश विजयवर्गी द्वारा यहां पर भी पौधारोपण किया गया था औऱ इंदौर शहर में आवास वाली जगह पर कचरे का ढेर डालकर प्रकृति के साथ भी खिलवाड़ करने जैसा ही है यह इलाका एक पहाड़ी क्षेत्र है यहां का बहुत ही खूबसूरत नजारा लोगों का मन मोह लेता है इन्हीं पहाड़ियों में कुष्ठ रोग संस्था औऱ कुष्ठ रोग वृद्धाआश्रम संचालित होते है जिसमे लाभार्थी स्वास्थ्य का लाभ भी ले रहें है जो की इनको ठीक करने में प्रकृति का भी योगदान रहता है लेकिन यहां टिंची ग्राउंड आने के बाद यहां का भविष्य अंधकार औऱ मानव जीवन को दुर्गन्ध औऱ बीमारियों से रूबरू करने जैसा फैसला है मांचला गांव में कचरा प्लांट आने के बाद यहां की स्थिति कितनी भयानक होगी इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है इंदौर शहर के देवगुराड़िया इस्थिति कचरा प्लांट जो की सी एन जी प्लांट भी है वहां की आसपास की कॉलोनीयों की इस्थिति बेहद ही खतरनाक है यहां पिने के पानी की जगह पीले रंग का पानी आ रहा है जिससे यहां के रहवासियों को जिंदगी बीमारियों के साय में बितानी पड़ रही है यहां 5 से 10 किलोमीटर की कॉलोनीयों का भी धीरे धीरे यहीं हाल हो रहा है जिसकी ना तो इंदौर प्रशासन परवाह करता है ग्राम मांचला औऱ प्रधानमंत्री आवास योजनाओं के रहवासियों को भी ऐसी ही इस्थिति से गुजरना होगा औऱ इस आदेश का विरोध करने हुए इंदौर प्रशासन द्वारा आदेश को वापस लेने हेतु आंदोलन किया गया है इसके बाद भी प्रशासन अगर अपना आदेश वापस नहीं लेता है तो रहवासियों द्वारा एवं ग्राम वासियों द्वारा इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा औऱ बाईपास को भी चक्का जाम करके प्रशासनिक अधिकारीयों को नींद से जगाया जायेगा